Aaj ka Panchang आज का पञ्चांग 12 फरवरी 2024 दिन सोमवार
🚩आज की हिंदी तिथि
🌥️ 🚩 युगाब्द-५१२५
🌥️ 🚩 विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩 तिथि - तृतीया शाम 05:44 तक तत्पश्चात चतुर्थी
⛅ दिनांक - 12 फरवरी 2024
⛅ दिन - सोमवार
⛅ अयन - उत्तरायण
⛅ ऋतु - शिशिर
⛅ मास - माघ
⛅ पक्ष - शुक्ल
⛅ नक्षत्र - पूर्व भाद्रपद दोपहर 02:56 तक तत्पश्चात उत्तर भाद्रपद
⛅ योग - शिव सुबह 06:30 तक तत्पश्चात सिद्ध
⛅ राहु काल - सुबह 08:39 से 10:0 तक
⛅ सूर्योदय - 07:14
⛅ सूर्यास्त - 06:34
⛅ दिशा शूल - पूर्व
⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:34 से 06:25 तक
⛅ निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:28 से 01:19 तक
⛅ व्रत पर्व विवरण - तिलकुन्द चतुर्थी, पंचक
⛅ विशेष - तृतीया को परवल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🌹मंगलवारी चतुर्थी - 13 फरवरी 24🌹
पुण्यकाल : सूर्योदय से दोपहर 02:41 तक
🌹जैसे सूर्य ग्रहण को दस लाख गुना फल होता है, वैसे ही मंगलवारी चतुर्थी को होता हैं। बहुत मुश्किल से ऐसा योग आता है। मत्स्य पुराण, नारद पुराण आदि शास्त्र में इसकी भारी महिमा हैं।
🌹इस दिन अगर कोई जप, दान, ध्यान, संयम करता है तो वह दस लाख गुना प्रभावशाली होता है, ऐसा वेदव्यास जी ने कहा हैं।
🔹विष्णुपदी संक्रांति : 13 फरवरी 24🔹
🌹 पुण्यकाल : सुबह 09-51 से दोपहर 03:54 तक
🌹 विष्णुपदी संक्रांति में किये गये जप-ध्यान व पुण्यकर्म का फल लाख गुना होता है।(पद्म पुराण)
🔹 कर्जे से छुटकारा के लिए🔹
🔹मंगलवार चतुर्थी को सब काम छोड़ कर जप-ध्यान करना। जप, ध्यान, तप सूर्य-ग्रहण जितना फलदायी हैं। बिना नमक का भोजन करें, मंगल देव का मानसिक आह्वान करें। चन्द्रमा में गणपति की भावना करके अर्घ्य दें। कितना भी कर्जदार हो... काम धंधे से बेरोजगार हो... रोजी रोटी तो मिलेगी और कर्जे से छुटकारा मिलेगा।
🔸गुप्तनवरात्रि विशेष🔸
🌹 नवरात्रि की तृतीया तिथि यानी तीसरा दिन माता चंद्रघंटा की पूजा कि जाती हैं। यह शक्ति माता का शिवदूती स्वरूप हैं। इनके मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र है, इसी कारण इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है। असुरों के साथ युद्ध में देवी चंद्रघंटा ने घंटे की टंकार से असुरों का नाश किया था। नवरात्रि के तृतीय दिन इनका पूजन किया जाता है। इनके पूजन से साधक को मणिपुर चक्र के जाग्रत होने वाली सिद्धियां स्वत: प्राप्त हो जाती हैं तथा सांसारिक कष्टों से मुक्ति मिलती हैं।
🌹 तृतीया तिथि यानी की तीसरे दिन को माता दुर्गा को दूध का भोग लगाएं। इससे दुखों से मुक्ति मिलती हैं।
🔸ससुराल में तकलीफ हो तो🔸
🔸किसी सुहागन बहन को ससुराल में कोई तकलीफ हो तो सालभर की शुक्ल पक्ष की तृतीया को एक बार बिना नमक का भोजन करके उपवास रखें।सालभर की तृतीया का उपवास नही कर सकते है तो माघ मास, वैशाख मास और भाद्रपद मास की शुक्ल तृतीया को उपवास जरूर करें।
🙏🚩 जय श्री राम 🚩🙏
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