banna geet lyrics
banna geet lyrics-:
1-"झनकारों से सजकर आई"
उसके बाबा लाये सजा सजा कर घोड़ी
दादी रानी के प्यारे चढो करो मत देरी
समय आ गया ससुराल घर जाने का
रंगीली घोडियां झनकारों से सजकर आई
उसके ताऊ लाये सजा सजा कर घोड़ी
ताई रानी के प्यारे चढो करो मत देरी
समय आ गया ससुराल घर जाने का
रंगीली घोडियां झनकारों से सजकर आई
उसके पापा लाये सजा सजा कर घोड़ी
मम्मी रानी के प्यारे चढो करो मत देरी
समय आ गया ससुराल घर जाने का
रंगीली घोडियां झनकारों से सजकर आई
उसके चाचा लाये सजा सजा कर घोड़ी
चाची रानी के प्यारे चढो करो मत देरी
समय आ गया ससुराल घर जाने का
2-"नखरालो बन्ने जी बन्नी पर जादू करगो"
मतवालो बन्ने जी बन्नी पर जादू करगो
रंगरंगीलो छैल छबीलो ओ बन्ना है प्यारो
मीठो-मीठो मुलक रहो है यो तो जादूगारो
रसीलो बनडा सा बन्नी के मन बसगो। नखरालो.....
शीश बने के कलंगी सोहे, सेहरा जी की शोभा न्यारी
घोड़ी ऊपर बैठ्यो बन्नो पह्रयो सूट हजारी
हरियालो बन्नो जी, बन्नी के चित्त चढ़गो। नखरालो......
सज कर आया बन्ना जी तो संग में लाय बराती
आगे-आगे नाच रहे हैं बन्ने जी के साथी
कामणगारो बन्नो जी बन्नी पर कामण करगो....
नखरालो बन्ने जी बन्नी पर जादू करगो
मतवालो बन्ने जी बन्नी पर जादू करगो
3-"अपने बाबा जी के बागों में जाना, नोटों से जेब भराना।"
लुटाना समधी के द्वार, चाँद देख शरमाया।
बन्ना तो मेरी चाँदी का गिलास, चाँद देख शरमाया।
बन्ना तो मेरा चाँदी का गिलास, चाँद देख शरमाया,
अपने पापा जी के बागों में जाना, नोटों से जेब भराना।
लुटाना समधी के द्वार, चाँद देख शरमाया।
बन्ना तो मेरी चाँदी का गिलास, चाँद देख शरमाया।
बन्ना तो मेरा चाँदी का गिलास, चाँद देख शरमाया,
अपने भईया जी के बागों में जाना, नोटों से जेब भराना।
लुटाना समधी के द्वार, चाँद देख शरमाया।
बन्ना तो मेरी चाँदी का गिलास, चाँद देख शरमाया।
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